भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में कार खरीदने की योजना बना रहे ग्राहकों के लिए यह खबर थोड़ी मायूस कर सकती है। देश की प्रमुख कार निर्माता कंपनियों Maruti Suzuki, Hundai ,Tata Motors और किया ने जनवरी 2024 से अपने वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस कदम के पीछे उत्पादन लागत में वृद्धि और नई तकनीकों के समावेश को मुख्य कारण बताया जा रहा है। आइए जानते हैं इस बढ़ोतरी की वजहें, इसके असर और कौन-कौन सी गाड़ियां प्रभावित हो सकती हैं।
कीमतों में बढ़ोतरी का कारण
वाहन निर्माता कंपनियों ने दाम बढ़ाने के पीछे कई कारण बताए हैं। इनमें प्रमुख हैं:
उत्पादन लागत में वृद्धि
गाड़ियों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल, जैसे स्टील, एल्युमिनियम और प्लास्टिक की कीमतें हाल के महीनों में काफी बढ़ी हैं। इसके अलावा, लॉजिस्टिक्स और मैन्युफैक्चरिंग की अन्य लागतें भी बढ़ी हैं।
नई तकनीकों का समावेश
कंपनियां अपने वाहनों को अधिक सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए नई तकनीकों और फीचर्स को जोड़ रही हैं। बीएस-6 चरण II मानकों का पालन करना, एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) और इलेक्ट्रिक वेरिएंट में अपग्रेड्स जैसी तकनीकों की लागत बढ़ी है।
मुद्रा विनिमय दर का प्रभाव
डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोर स्थिति का सीधा असर आयातित कंपोनेंट्स पर पड़ता है, जिससे लागत में इजाफा होता है।
कौन-कौन सी कंपनियां और गाड़ियां होंगी प्रभावित?
मारुति सुजुकी
Maruti Suzuki, जो भारतीय बाजार की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है, ने घोषणा की है कि वह अपने पूरे लाइनअप की कीमतें बढ़ाने जा रही है। इसमें एंट्री-लेवल हैचबैक ऑल्टो से लेकर प्रीमियम सेडान सियाज और MPV एर्टिगा तक शामिल हैं।
हुंडई
हुंडई मोटर्स ने भी अपने सभी मॉडल्स की कीमतों में इजाफा करने की बात कही है। क्रेटा, वरना, और टक्सन जैसे लोकप्रिय मॉडल्स की कीमतें प्रभावित हो सकती हैं। कंपनी का कहना है कि यह बढ़ोतरी उत्पादन लागत में वृद्धि को संतुलित करने के लिए जरूरी है।
टाटा मोटर्स
टाटा मोटर्स अपने पैसेंजर और इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट दोनों में कीमतें बढ़ाने की योजना बना रही है। नेक्सन, हैरियर, और टियागो जैसे लोकप्रिय मॉडल्स के साथ टाटा की ईवी रेंज, जैसे नेक्सन ईवी, भी इस बढ़ोतरी का हिस्सा होंगी।
किया मोटर्स
किया मोटर्स ने भी अपने वाहनों की कीमतें बढ़ाने का निर्णय लिया है। सेल्टॉस, सॉनेट और कार्निवल जैसे मॉडलों की कीमतें जनवरी 2024 से बढ़ जाएंगी।
ग्राहकों पर असर
इस बढ़ोतरी का सीधा असर उन ग्राहकों पर पड़ेगा जो साल 2024 की शुरुआत में कार खरीदने की योजना बना रहे थे। कई ग्राहक अब इस महीने के अंत तक अपनी खरीदारी पूरी करने का प्रयास करेंगे ताकि उन्हें बढ़ी हुई कीमतें न चुकानी पड़ें।
फाइनेंसिंग और ईएमआई पर असर
बढ़ी हुई कीमतों का असर कार लोन और ईएमआई पर भी पड़ेगा। ग्राहक अब अपनी ईएमआई में वृद्धि देख सकते हैं, जिससे उनकी मासिक बजट योजना प्रभावित हो सकती है।
सेकंड हैंड मार्केट में बढ़त
नए वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण सेकंड हैंड कार बाजार में भी हलचल बढ़ सकती है। कई ग्राहक नई कार के बजाय पुरानी कार खरीदने का विकल्प चुन सकते हैं।
क्या यह सही समय है कार खरीदने का?
यदि आप कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए सही हो सकता है। साल के अंत में कार निर्माता कंपनियां छूट और ऑफर्स देती हैं, जिससे ग्राहक बढ़ी हुई कीमतों से बच सकते हैं।
डिस्काउंट का लाभ उठाएं
इस महीने के अंत तक, कई कंपनियां अपने पुराने स्टॉक को बेचने के लिए आकर्षक डिस्काउंट और एक्सचेंज ऑफर्स दे रही हैं। यह ग्राहकों के लिए बढ़ी हुई कीमतों से पहले खरीदारी का एक सुनहरा मौका हो सकता है।
मारुति, हुंडई, टाटा मोटर्स और किया जैसी प्रमुख कंपनियों द्वारा जनवरी 2024 से कीमतों में वृद्धि की घोषणा ने ग्राहकों को जल्दी निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया है। बढ़ी हुई लागत और नई तकनीकों के समावेश के कारण कंपनियों के लिए यह कदम जरूरी हो सकता है, लेकिन इसका असर ग्राहकों की जेब पर जरूर पड़ेगा।
यदि आप अपनी पसंदीदा कार खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो इसे जल्द से जल्द खरीदना बेहतर होगा। इस बढ़ोतरी से बचने और छूट का लाभ उठाने के लिए अभी फैसला लें।